जिंदगी के रंग कितने निराले हैं ! साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं !! पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं ! खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं!!
उनका हाल भी कुछ आप जैसा ही होगा ! आपका हाले दिल उन्हें भी महसूस होगा !! बेकरारी के आग में जो जल रहे हैं आप ! आपसे ज्यादा उन्हें इस जलन का एहसास होगा !!
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर ! तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर !! सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर ! क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर !!
दोस्त कह कर दोस्त से दगा कर बैठा ! वो आज एक ऐसा खता कर बैठा !! कहता था तुझे कभी हम खपा ना होने देगे ! आज वो खुद ही हमें खपा कर बैठा !! आदत थी उसे सबोके गमो को दूर करने की लेकिन ! हमारे लिए ही वो गमो की दुआ कर बैठा !!
प्यार शब्दों का मोहताज़ नहीं होता ! दिल में हर किसी का राज़ नहीं होता !! क्यों इंतजार करते हैं सब वेलनटाइन्स डे का ?! क्या साल का हर दिन प्यार का हकदार नहीं होता ?!!
दिल का दर्द पलकों के किनारों में कैद हैं... एहसास उनका हवाओ के इसारों में कैद हैं ! उन्हें भुलाये भी तो कैसे....... जिन्हें पाने की आरजू दिल की दीवारों में कैद हैं !!
अज़नबी राहो पर किसी का इंतजार मत करना ! किसी के प्यार के लिए खुद को बर्बाद मत करना !! कोई अच्छा साथी मिल जाए तो हाथ थाम लेना पर ! दिखाबे के लिए किसी से बेईम्तिहा प्यार मत करना !!
ज़िन्दगी में कुछ न मिला तो क्या गम हैं ! आप जैसा दोस्त पाया, ये क्या कम हैं !! एक छोटी सी जगह पाई आपके दिल में ! ये जगह क्या किसी "ताजमहल" से कम हैं !!
भुलायेगे वो लोग, भूलना जिनका काम हैं ! हमारी तो रिश्तो के बिना, गुजरती नहीं साम हैं !! कैसे भूल सकते हैं हम उन रिश्तो को ? जो हमारी जिंदगी का दूसरा नाम हैं !!
फिर दूर से एक बार सता दो मुझे ! मेरी तन्हाई का एहसास दिला दो मुझे !! तू तो रौशनी हैं, तुझे मेरी जरुरत क्या होगी ! मैं दिया हूँ, किसी दहलीज पे ही जला दो मुझे !!
तुमसे दोस्ती करके, हर ख़ुशी मेरे तरफ मुश्कुराने लगी! मेरी तनहा रातों में भी, गीत तेरे प्यार की गाने लगी!! हुई हैं बस दो दिन, आपसे मिले हुए पर... यह दोस्ती आपकी मेरे दिल में घर बनाने लगी!!
यूँ मिली जो निगाहे, दोस्ती इतफाक होगई! राह में चलते - चलते तुमसे मुलाकात होगी!! जब से बसाया हैं, तुम्हे निगाहों में मैंने! पता न चला कब दिन कब रात होगई!!
अए दोस्त जिंदगी भर मुझसे दोस्ती निभाना! दिल की कोई भी बात हमसे कभी ना छुपाना!! साथ चलना मेरे तुम सुख, दुःख में! भटक जाऊ जो मैं कभी, सही रास्ता दिखाना!!
दोस्त कह कर दोस्त से दगा कर बैठा ! वो आज एक ऐसा खता कर बैठा !! कहता था तुझे कभी हम खपा ना होने देगे ! आज वो खुद ही हमें खपा कर बैठा !! आदत थी उसे सबोके गमो को दूर करने की लेकिन ! हमारे लिए ही वो गमो की दुआ कर बैठा !!
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर ! तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर !! सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर ! क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर !!
उनका हाल भी कुछ आप जैसा ही होगा ! आपका हाले दिल उन्हें भी महसूस होगा !! बेकरारी के आग में जो जल रहे हैं आप ! आपसे ज्यादा उन्हें इस जलन का एहसास होगा !!
जिंदगी के रंग कितने निराले हैं ! साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं !! पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं ! खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं!!
तुझसे मिलने की बेताबी का वो अंजाम कैसे भुलादूँ ! तेरे लवो की हँसी और आँखों की जाम कैसे भुलादूँ !! दिल तो हमारा भी तड़पता हैं तेरा साथ पाने को ! पर इस जहाँ के रश्मो - रिवाज कैसे भुलादूँ !!
चिराग खुशियों के कब से बुझाए बैठे हैं ! कब दीदार होगी उनसे हम आश लगाए बैठे हैं !! हमें मौत आएगी उनकी ही बाहों में ...... हम मौत से ये सर्त लगाए बैठे हैं !!
तकदीर के रंग कितने अजीब होते हैं ! अज़नबी रिश्ते हो फिर भी करीब होते हैं !! किसी को दोस्त आपके जैसा नहीं मिला ! मुझे अंजाने में आप मिले ये मेरा नसीब हैं !!
क्यों कोई चाह कर भी मोहब्बत निभा नहीं पाता ! क्यों कोई चाह कर भी रिश्ता बना नहीं पाता !! क्यों लेती हैं जिंदगी ऐसी करवट... कोई चाह कर भी प्यार जता नहीं पाता !!
वो हमें राह में मिल जाए जरुरी तो नहीं ! खुद ब-खुद फासले मिट जाए जरुरी तो नहीं !! जिंदगी तू ने तो हमसे वफ़ा न की.... फिर भी हम तुझे ठुकराए ये जरुरी तो नहीं !!
इंतजार हैं वफा को कब आपसे बात होगी ! खुदा जाने कब आपसे मुलाकात होगी !! यूँ तो हर साम मिलते हैं ख्वाबो में ! खुदा ही जाने कब रु-ब-रु आपसे मुलाकात होगी !!
तेरा हँसना कमाल था साथी हमको तुमपर मलाल था साथी दाग चेहरे पे दे गया वो हमें हमने समझा गुलाल था साथी रात में आए तेरे ही सपने दिन में तेरा ख्याल था साथी उड़ गई नींद मेरी रातों की तेरा कैसा सवाल था साथी करने बैठे थे दिल का वो सौदा कोई आया दलाल था साथी
कभी दिल की कमजोरी बन कर रह जाती हैं ! कभी वक्त की मज़बूरी बन कर रह जाती हैं !! ये मोहब्बत वो शराब हैं दोस्तों....! जितना पियो प्यास अधूरी रह जाती हैं !!
वो आंसू जो पलकों की जन्नत नहीं बनते ! वो चुपके से दिल में उतर जाया करते हैं !! कुछ लोग दुखो की नुमाइश नहीं करते ! बस ख़ामोशी से ही बिखर जाया करते हैं !!
कितनी राहत हैं दिल टूट जाने के बाद ! अपने आप से मिला सब कुछ खोने के बाद !! मुझे हैरत हैं मैं अब तक कैसे जिन्दा हूँ ! मौत रोज़ आती हैं उसकी याद आने के बाद !!
छोटी सी बात पे कोई शिकवा न करना ! कोई भूल हो जाए हमसे तो माफ़ करना !! नाराज़ तब होना जब हम रिश्ता तोर देंगे ! क्योकि ऐसा तो तब होगा जब हम दुनियाँ छोर देंगे !!
वो हमसे राह में मिल जाए जरुरी तो नहीं ! खुद बे-खुद फासले मिट जाए जरुरी तो नहीं !! जिंदगी तुने तो वफ़ा हमसे न की....! हम अगर तुझे ठुकराए जरुरी तो नहीं !!
रिश्ता दोस्ती का बनता हैं अगर तक़दीर होती हैं ! बहुत कम लोगो के हाथ में ये लकीर होती हैं !! जुदा न हो कभी कोई दोस्त किसी का....! कसम खुदा की बिछरने पर बहुत तकलीफ होती हैं !!
उसको चाहते रहेंगे यूँ उम्र गुजर जायेगी ! मौत आएगी और जिंदगी ले जायेगी !! मेरे मरने पे भी मेरे सनम को रोने न देना ! उसको रोते देख मेरी रूह तड़प जायेगी !!
झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया ! सब कुछ भुला के उनका इंतज़ार किया !! वो जान ही न पाई जजबात मेरे.....! जिसे दुनियाँ में मैंने सबसे ज्यादा प्यार किया !!
कभी उनकी पलकों में मेरा इजहार होगा ! दिल के कोने में मेरा ही प्यार होगा....!! गुजर रहे हैं रात और दिन उनकी याद में ! कभी तो उनको भी मेरा इंतज़ार होगा !!
क्यों बनाया मुझको आए बनाने वाले ! बहुत गम देते हैं ये जमाने वाले....!! मैंने आग के उजालों में कुछ चेहरों को देखा ! मेरे अपने ही थे मेरे घर जलाने वाले !!
दिल में सिर्फ आप हो और कोई खाश कैसे होगा ! यादों में आपके सिवा कोई पास कैसे होगा !! हिचकियाँ कहती हैं आप मुझे याद करते हो ! पर बोलोगे नहीं तो मुझे ये एहसास कैसे होगा !!
उनकी ख़ामोशी से मुझे डर लगता हैं ! दूर न हो जाए वो मुझसे ऐसा क्यों लगता हैं !! दुनियाँ से उसे छीन लेने का हौसला हैं मुझमे ! पर शायद वो साथ न दे ऐसा क्यों लगता हैं !!
जियो उसके लिए जो जीने का सहारा हो ! चाहो उसे जो आपको जान से भी प्यारा हो !! राह में तो मिलेंगे बहुत साथी लेकिन....! साथ उसका दो जिसने भीर में आपको पुकारा हो !!
मेरी उजरी दुनियाँ को तू आबाद न कर ! बीते लम्हों को तू फिर से याद न कर !! एक कैद परिंदे का हैं तुमसे यही कहना...! मैं भूल चूका हूँ उरना मुझे फिर से आज़ाद न कर !!
मैं खुद ज़मीन मेरा दिल आसमान का हैं ! टूट के भी मेरा हौसला चट्टान का हैं.....!! बिछर के मैं उनसे इसलिए नहीं रोया ! वो कह गयी थी ये वक़्त इम्तहान का हैं !!
अगर मुझसे मोहब्बत नहीं तो रोते क्यों हो ! तन्हाई में मेरे बारे में सोचते क्यों हो....!! अगर मंजिल जुदाई हैं तो जाने दो मुझे ! लौट के कब आओगे ये पूछते क्यों हो !!
यादों ने पास आकर कुछ यूँ गुनगुना दिया ! जैसे किसी ने भुला हुवा फसाना सुना दिया !! जाने क्या बात थी उस गुजरे पल में.....! की दिल रोया लेकिन चेहरा मुस्कुरा दिया !!
पलकों पे आकर रुक जाते हैं ये आँसू ! तन्हाई पाकर बह जाते हैं ये आँसू....!! बहुत सोचा थोरा गम बाँट लूँ आपसे ! पर आप को हँसता देख कर सुख जाते हैं ये आँसू !!
आपको पाने की ख्वाईस जीने से ज्यादा ! आपको खोने का डर मरने से ज्यादा...!! आपसे बिछरने का दर्द हर दर्द से ज्यादा ! क्योकि हम आपको चाहते हैं खुद से ज्यादा !!
कुछ यूँ था उनका अलविदा कहने का अंदाज ! की सुना भी कुछ नहीं, कहाँ भी कुछ नहीं....!! कुछ यूँ बर्बाद हुए उनकी मोहब्बत में हम ! की लौटा भी कुछ नहीं, बचा भी कुछ नहीं...!!
तोरने के लिए वादा किया नहीं जाता ! सोच समझ कर प्यार किया नहीं जाता !! यकीन करो प्यार हो या दोस्ती....! अगर दिल से की हो तो उसके बिना एक पल जिया नहीं जाता !!
जीने के लिए उनकी मुस्कान काफी हैं ! कलम से लिखी हुई ये दास्तान काफी हैं !! तस्वीर की क्या जरुरत हैं....! उन्हें देखने के लिए तो बंद आँखे ही काफी हैं !!
इस बेनाम रिश्ते को निभाओ किसी रोज ! जो मिले फुरसत तो पास आओ किसी रोज !! बरसो से मेरा दिल खाली पड़ा हैं......! तुम अपने नाम की तख्ती तो लगाओ किसी रोज !!
दिल तो उसके सिने में भी मचलता होगा ! हुस्न भी सौ - सौ रंग बदलता होगा.....!! उठती होगी जब निगाहें उनकी........! खुद खुदा भी गीर - गीर के संभालता होगा !!
बदलना आता नहीं हमको मौसम की तरह ! हर एक रूप में तेरा इंतज़ार करते हैं......!! न तुम समेट सकोगी जिसे क़यामत तक ! कसम तुम्हारी तुम्हे इतना प्यार करते हैं !!
तू चमकती चाँद तेरी रौशनी अच्छी लगी ! तू मेरा अपना हैं तेरी दिल्लगी अच्छी लगी !! तुझ से पहले तो न था जिंदगी का कुछ पता ! तू मिली तो तुझसे मिलकर जिंदगी अच्छी लगी !!
आपके आने से जिंदगी कितनी खुबसूरत हैं ! दिल में बसाई हैं जो वो आपकी ही सूरत हैं !! दूर जाना नहीं कभी हमसे भूल कर भी.....! हमें हर कदम पर आपकी जरुरत हैं......!!
हर आदमी की किश्मत में तस्वीर नहीं होती! हर किसी की एक जैसी तक़दीर नहीं होती!! और भी होगे हम जैसे बदनशीब दुनिया में! जिसके हाथो में मोहब्बत की लकीर नहीं होती!!
ग़म में हँसने वाले को रुलाया नहीं जाता ! लहरों से पानी को हटाया नहीं जाता !! होने वाले हो जाता हैं खुद ही दिल से अपने ! किसी को कहकर अपना बनाया नहीं जाता !!
आशिक आँखों ही आँखों में बात समझ लेते हैं ! सपनो में मिलने को मुलाकात समझ लेते हैं !! रोता हैं ये आसमा भी ज़माने के लिए ..... पागल हैं लोग उसे बरसात समझ लेते हैं !!
किसी न किसी पे किसी को एतवार हो जाता हैं ! अजनबी कोई शक्स यार हो जाता हैं ..... खूबियों से नहीं होती मोहब्बत भाई साहेब ... खामियों से भी अक्सर प्यार हो जाता हैं !!
यादें तो दिलों को और पास करती हैं ! ज़िन्दगी आप के होने पर नाज़ करती हैं !! मत हो उदाश की आप दूर हो हमसे...! क्योकि दूरियाँ ही रिश्तो का एहसास कराती हैं !!
जिन्दगी हैं नादान इस लिए चुप हूँ .... दर्द ही दर्द हैं सुबह-साम इसलिए चुप हूँ ! कह दूँ ज़माने से दास्ताँन अपनी .... उसमे आएगी तेरा नाम इस लिए चुप हूँ !!
दोस्ती गज़ल हैं गाने-गुनगुनाने के लिए ! दोस्ती नगमा हैं सुनने-सुनाने के लिए !! ये वो जज्बा हैं जो सबको नहीं मिलती ! क्योकि आप जैसा चाहिए निभाने के लिए !!
बिना बताए उस ने न जाने क्यों दुरी कर दी ! बिछर के मेरे मोहब्बत को अधूरी कर दी !! मेरे मुकदर में गम आए तो क्या हुवा....! खुदा ने उसकी ख्वाइश तो पूरी कर दी !!
मेरा वजूद सिर्फ मेरी मोहब्बत से हैं ! मुझे गुरुर बहुत अपनी मोहब्बत पे हैं !! मुझे चाहते होंगे और भी बहुत लोग...! मगर मुझे मोहब्बत अपनी मोहब्बत से हैं !!
निगाहे निगाहों से मिला कर तो देखो ! नए लोगो से रिश्ता बना कर तो देखो !! हसरते को दिल में दबाने से क्या फायदा ! अपने होठो को थोड़ा हिला कर तो देखो !! आसमान सिमट जायेगी तुम्हारी आगोस में ! चाहत की बाहें फैला कर तो देखो !!
पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं ! वो सोचती हैं की हम कभी रोये ही नहीं !! वो पूछती हैं की ख्वाबो में किसे देखते हो ? और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं !!
अब तो हँस कर अरमान ही रुला देता हैं ! जो भी मिलता हैं दिल को दुखा देता हैं !! वैसे भी ऐसा क्या हैं मुझमे जो याद करे दुनियाँ ! वक्त तो अच्छे - अच्छे को भुला देता हैं !!
सूरज उगता हैं आपके कदमो की आहट से ! हर कलि खिलती हैं आपके जाग जाने से !! ज्यादा मत सोइए अब तो जाग जाइए......! क्यों की हर सुबह होती हैं आपके मुस्कुराने से !!
प्यार करने वालो की किस्मत ख़राब होती हैं ! हर वक़्त इन्तहा की घड़ी साथ होती हैं !! वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब खोल के देखना ! दोस्ती हर रिश्तो से लाजवाब होती हैं !!
हँसे हम ये किश्मत को गवारा नहीं ! कभी हमारे लिए चमके ऐसी कोई तारा नहीं !! हर वक्त हम कुछ न कुछ खोते रहे...! क्योकि हम वो पाना चाहते थे जो हमारा नहीं !!
तू देख या न देख, तेरे देखने का ग़म नहीं ! तेरा न देखना भी तेरे देखने से कम नहीं !! सामिल नहीं हैं जिसमे तेरी यादे ...... वो जिन्दगी भी किसी जहनुम से कम नहीं !!
दिल के बाज़ार में दौलत नहीं देखि जाती ! प्यार हो जाये तो सूरत नहीं देखि जाती !! एक साथी पे लुटा दो अपना सब कुछ ! क्योकि पसंदहो चीजतो किम्मत नहीं देखिजाती !!
गुस्ताखी यही हैं हमारी की ! हर किसी से रिश्ता जोर जाते हैं !! लोग कहते हैं मेरा दिल पत्थर का हैं ! लेकिन कुछ सख्स ऐसे भी हैं.. जो इसे भी तोर जाते हैं !!
छोटी - छोटी बातों पे टकरार न किया करो ! हमारे हर मजाक को दिल पर मत लिया करो !! क्या पता साथ हैं और कितने दिन....! इन पलों को तो प्यार से जी लिया करो !!
रात को रात का तोफा नहीं देते ! दिल को जजबात का तोफा नहीं देते !! देने को तो हम आप को चाँद भी दे दे ! मगर चाँद को चाँद का तोफा नहीं देते !! कसूर ना उनका हैं ना मेरा ! हम दोनों ही रिश्तों की रस्में निभाते रहे !! वो दोस्ती का एहसास जताते रहे !
अलविदा कह कर जब कोई आँखों से दूर होता हैं ! आँखें देखती हैं पर दिल मजबूर होता होता हैं !! कोई कहे न कहे ज़ुबान से मगर....! दिल में दर्द ज़रूर होता हैं !!
वादा न करो अगर तुम निभा न सको ! चाहो न उन्हें जिसे तुम पा न सको !! वैसे दोस्त तो दुनियाँ में बहुत होते हैं !! पर एक खास रखो जिसके बिना तुम मुस्कुरा न सको !! वो इंकार करते हैं इकरार के लिए ! नफरत भी करते हैं तो प्यार के लिए !! उलटी चाल चलते हैं ये इश्क वाले ! आँखे बंद करते हैं दीदार के लिए !!
निकले कोई अगर दिल में बस जाने के बाद ! दर्द होता हैं उनसे बिछर जाने के बाद....!! पास होता हैं जो उसकी कदर नहीं होती ! कमी महसूस होती हैं उसके दूर जाने के बाद !!
हस गुजरेगा साल नया हमें एतवार हैं ! बसे परदेश तो क्या, नहीं कम प्यार हैं !! ख्वाबे मत देखना, आवाज़ रहता जिगर ख़याल हैं ! मिलेगी इजाजत जानेमन लौट पहनाना बाँहे हार हैं !!
ये फूल ये खुशबू ये बहार ! तुमको मिले ये सब उपहार !! आसमा के चाँद और सितारे ! इन सब से तुम करो सृंगार !! तुम खुश रहों आवाद रहों...... खुशियों का हो ऐसी फुहार ! हमारी ऐसी दुआ हैं हजार !! दामन तुम्हारा छोटा पर जाए ! जीवन में मिले तुम्हे इतना प्यार !!
तुझसे मिलने की बेताबी का वो अंजाम कैसे भुलादूँ ! तेरे लवो की हँसी और आँखों की जाम कैसे भुलादूँ !! दिल तो हमारा भी तड़पता हैं तेरा साथ पाने को ! पर इस जहाँ के रश्मो - रिवाज कैसे भुलादूँ !!
इस ज़माने में मेरा कोई हमदर्द नहीं ! तू भी न चाहे तो कोई हर्ज नहीं....!! कभी ठोकर, कभी आँसू और रूसवाइया मिली ! कैसे कहू की दिल में मेरे कोई दर्द नहीं !!
कुछ दोस्तों ने हमको भी मशहूर कर दिया ! गम में भी मुश्कुराने पर मजबूर कर दिया !! आप भी सामिल हैं उन गिनती के लोगों में ! जिन्होंने हमें काँच से कोहिनूर कर दिया !!
यादें आँशु होती तो छलक जाती ! यादें लिखावट होती तो मिट जाती !! यादें तो जिंदगी में बसा वो एहसास हैं ! जो लाख कोशिश के बाद भी लब्जो में बयां नहीं होती !!
मौजूदगी जरुरी नहीं, जरुरी तप एहसास हैं ! हम कहीं दूर नहीं, आपके आस - पास हैं !! देखिये तो ज़रा अपने मन की आँखों से हमें ! हम तो हर कदम पर आपके साथ - साथ हैं !!
कहीं दूर से एक बार सता दो मुझे ! मेरे तन्हाई का एहसास दिला दो मुझे !! तुम तो रौशनी हो मेरे जिंदगी का....! दिया हूँ मैं किसी दहलीज़ पर ही जला दो मुझे !!
कमी नहीं होती किसी के दूर जाने से ! गम जरुर होता हैं किसी के भूल जाने से !! जिसे जुदाई का एहसास तक नहीं ! जाने क्यों आँसू आ जाते हैं उसकी याद आने से !!
दिल की अमीरी बाज़ार में नहीं मिलती ! सच्ची दोस्ती हर डाल पे नहीं खिलती !! अपनों पे सदा ऐतबार रखो दोस्त...! क्यों की सच्ची दोस्ती बार - बार नहीं मिलती !!
दिल यूँ ही किसी पर आता नहीं ! प्यार यूँ ही किसी से किया जाता नहीं !! प्यार करो तो दर्द सहने की आदत डाल लेना ! क्योकि ये वो दर्द हैं जो "मूव" से भी जाता नहीं !!
प्यार करने वालो की किस्मत ख़राब होती हैं ! हर वक़्त इन्तहा की घड़ी साथ होती हैं !! वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब खोल के देखना ! दोस्ती हर रिश्तो से लाजवाब होती हैं !!
नाकाम सी कोशिस किया करते हैं ! हम हैं की उनसे प्यार किया करते हैं !! खुदा ने तक़दीर में टुटा तारा भी नहीं लिखा ! और हम हैं की चाँद की आरजू किया करते हैं !!
एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों हैं ! इनकार करने पर भी चाहत का इकरार क्यों हैं !! उसे पाना नहीं हैं मेरी तक़दीर में सायद ! फिर भी हर मोड़ पर उसका इंतजार क्यों हैं !!
मांग कर तुझे रव से पाया नहीं हमने ! कौन सा वो ख्वाब हैं जो पलकों में सजाया नहीं हमने ! तुम तो भुलोगी मुझे मालूम हैं ये जाने - जाना ! मगर एक लम्हा भी कभी तुझको भुलाया नहीं हम ने !!
तुझसे मिलने की बेताबी का वो अंजाम कैसे भुलादूँ ! तेरे लवो की हँसी और आँखों की जाम कैसे भुलादूँ !! दिल तो हमारा भी तड़पता हैं तेरा साथ पाने को ! पर इस जहाँ के रश्मो - रिवाज कैसे भुलादूँ !!
चिराग खुशियों के कब से बुझाए बैठे हैं ! कब दीदार होगी उनसे हम आश लगाए बैठे हैं !! हमें मौत आएगी उनकी ही बाहों में ...... हम मौत से ये सर्त लगाए बैठे हैं !!
कमी नहीं होती किसी के दूर जाने से ! गम जरुर होता हैं किसी के भूल जाने से !! जिसे जुदाई का एहसास तक नहीं ! जाने क्यों आँशु आ जाते हैं उसकी याद आने से !!
जिंदगी के रंग कितने निराले हैं ! साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं !! पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं ! खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं!!
किस ने कहा की अनजान बन के आया करो ! दिल के आइने में मेहमान बन के आया करो !! तुझे ही बक्षी हैं दिल की हुकूमत.....! ये तेरी सल्तनत हैं सुलतान बन के आया करो !!
किस ने कहा की अनजान बन के आया करो ! दिल के आइने में मेहमान बन के आया करो !! तुझे ही बक्षी हैं दिल की हुकूमत.....! ये तेरी सल्तनत हैं सुलतान बन के आया करो !!
उनका हाल भी कुछ आप जैसा ही होगा ! आपका हाले दिल उन्हें भी महसूस होगा !! बेकरारी के आग में जो जल रहे हैं आप ! आपसे ज्यादा उन्हें इस जलन का एहसास होगा !!
मजबूरियों को हम आँखों में छुपा लेते हैं ! हम कहाँ रोते हैं हालात रुला देते हैं !! हम तो हर पल याद करते हैं आपको ! पर आप याद न करने का इलज़ाम लगा देते हैं !!
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर ! तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर !! सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर ! क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर !!
मंजिले आसान सारे मुस्किले वे नूर हो ! दिल की जो हो तम्मना वो हमेशा दूर हो !! लब पे लब की बात हो, खुशियों में सिमटी जिन्दगी ! गम भरी पारछाइया आँचल से लाखो दूर हो !!
ख्वाब समझ कर उसने हमें भुला दिया ! मेरी चाहत का उसने क्या खूब सिला दिया !! उसकी महफिल में थी तन्हाई का आलम...! अंधेरा दूर करने के लिए उन्होंने हमें ही जला दिया !!
किसी का दर्द जब हद से गुज़र जाता हैं ! समुन्दर का पानी आँखों में उतरा आता हैं !! कोई बना लेता हैं रेत पर घर....! किसी का लहरों में सब कुछ बिखर जाता हैं !!
दोस्ती जीने का पैगाम होती हैं ! दोस्ती सब रिश्तो से अनजान होती हैं !! बीना दोस्ती का जीना बहुत ही मुश्किल हैं ! क्योकि एक दोस्त में दुसरे दोस्त की जान होती हैं !!
चिराग खुशियों के कब से बुझाए बैठे हैं ! कब दीदार होगी उनसे हम आश लगाए बैठे हैं !! हमें मौत आएगी उनकी ही बाहों में ...... हम मौत से ये सर्त लगाए बैठे हैं !!
हर बार मुझे जख्म ए दिल ना दिया कर ! तू मेरी नहीं तो मुझे दिखाई ना दिया कर !! सच-झूठ तेरी आँखों से हो जाता हैं जाहिर ! क़समें ना खा, इतनी सफाई ना दिया कर !!
कहाँ से लाऊ हुनर उनको मनाने का ! कोई जबाब नहीं था उनके रूठ जाने का !! मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी...! क्योकि जुर्म मैंने किया हैं उनसे दिल लगाने का !!
हर वक्त हँसने की आदत हो गई हैं ! जिंदगी तेरे यादों की इबादत हो गई हैं !! बस साँस चल रही हैं इस मुर्दे जिस्म में ! रूह तेरे साथ ही रुक्सत हो गई हैं....!!
दिल से तेरा ख्याल न जाए तो मैं क्या करू ! तू ही बता तू याद आए तो मैं क्या करू !! हसरत तो ये हैं की एक नज़र तुझे देख लूँ ! मगर किश्मत वो लम्हे न लाये तो मैं क्या करू !!
जिंदगी के रंग कितने निराले हैं ! साथ देने वाला हर कोई है लेकिन हम अकेले हैं !! पानी है मंजिल हमें मगर रास्तों में रुकावटे हैं ! खुशियों में सब साथ हैं, गमों में सब पराये हैं!!
दिल के दर्द को छुपाना कितना मुस्किल हैं ! टूट के फिर मुस्कुराना कितना मुस्किल हैं !! किसी के साथ दूर तक जा कर तो देखो...! अकेला लौट के आना कितना मुस्किल हैं !!
यादों के गहरे ज़ख़्म अजीब होते हैं ! अपनों के साथ बिताये लम्हे अज़ीज़ होते हैं !! सदा ताज़ा रहती हैं यादे उनकी....! जो नज़रों के नहीं दिल के करीब होते हैं !!
अपनों को याद करना प्यार हैं ! गैरों का साथ देना संस्कार हैं !! दुश्मनो को माफ करना उपकार हैं ! और आप जैसे दोस्तों को परेसान करना जन्मसिद्ध अधिकार हैं !!
हुस्न वाले खूब वफाओ का सिला देते हैं ! हर मोड़ पे एक ज़ख्म नया देते हैं !! अए दोस्त इस जहाँ में कोई अपना नहीं ! जब आग लगती हैं तो पत्ते भी हवा देते हैं !!
जिंदगी में गम मिले तो मिले ! प्यार उसका कभी कम न मिले !! मेरे खुदा तुमसे बस एक गुजारिश हैं ! चाहता हूँ मैं उसे जितना...... उस से दोगुना प्यार मुझे उसका मिले !!
लहरों से समंदर की गहराई नहीं मिलती ! पंख होने से आकाश की उचाई नहीं मिलती !! यूँ तो कट जाता हैं वक्त उलझनों में ! पर आप की यादों से ही कभी रिहाई नहीं मिलती !!
हमने चाहा हैं जिन्हें वो लाखों में एक हैं ! जाना हैं हमने उन्हें वो दिल के भी नेक हैं !! उनकी दीवानी तो सारी दुनियाँ वाले हैं ! लेकिन हमारी दुनियाँ ही वो एक हैं !!
हर जज़बात को जुबान नहीं मिलती ! हर आरजू को दुवा नहीं मिलती.....!! हँसते रहो तो दुनियाँ रहती हैं साथ ! वर्ना आंसुओं को तो आँखों में भी पनाह नहीं मिलती !!
दोस्त कह कर दोस्त से दगा कर बैठा ! वो आज एक ऐसा खता कर बैठा !! कहता था तुझे कभी हम खपा ना होने देगे ! आज वो खुद ही हमें खपा कर बैठा !! आदत थी उसे सबोके गमो को दूर करने की लेकिन ! हमारे लिए ही वो गमो की दुआ कर बैठा !!
पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं ! वो सोचती हैं की हम कभी रोये ही नहीं !! वो पूछती हैं की ख्वाबो में किसे देखते हो ? और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं !!