दुश्मन भी पेश आए हैं दिलदार की तरह

दुश्मन भी पेश आए हैं दिलदार की तरह !
नफरत मिली हैं उनसे प्यार की तरह !!
वो बेवफाई करके भी शर्मिंदा न हुए !
सूली पे चढ़े हम गुनहगार की तरह !!

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