नज़र ने नज़र से मुलाकात कर ली !
नज़र ने नज़र से मुलाकात कर ली !
रहे दोनों खामोश, पर बात कर ली !!
मोहब्बत की फिजा को जब खामोश पाया !
इन आँखों ने रो - रो कर बरसात कर ली !!
रहे दोनों खामोश, पर बात कर ली !!
मोहब्बत की फिजा को जब खामोश पाया !
इन आँखों ने रो - रो कर बरसात कर ली !!
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें