चिरागों को आँखों में महफूज़ रखना

चिरागों को आँखों में महफूज़ रखना !
बड़ी दूर तक रात ही रात होगी....!!
मुसाफिर हैं हम भी मुसाफिर हो तुम भी !
किसी न किसी मोड़ पर फिर मुलाकात होगी !!

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

निकलते है आंसू जब मुलाकात नहीं होती,