वो रात दर्द और सितम की रात होगी !
वो रात दर्द और सितम की रात होगी !
जिस रात रुक्सत उनकी बरात होगी !!
ये सोच नींद से उठ जाते हैं अक्शर !
की एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायानत होगी !!
जिस रात रुक्सत उनकी बरात होगी !!
ये सोच नींद से उठ जाते हैं अक्शर !
की एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायानत होगी !!
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