मजबूरियों को हम आँखों में छुपा लेते हैं

मजबूरियों को हम आँखों में छुपा लेते हैं !
हम कहाँ रोते हैं हालात रुला देते हैं !!
हम तो हर पल याद करते हैं आपको !
पर आप याद न करने का इलज़ाम लगा देते हैं !!

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