किसी और के नाम की मेहंदी अपने हाथो में
किसी और के नाम की मेहंदी अपने हाथो में
तो तुम सजा चुकी हो सिर्फ रंग उतरना बाकि है,
हमारा दिल तोड़ के तुम हमारी जान ले चुकी हो
सिर्फ कफ़न से छुपाना बाकि है |
तो तुम सजा चुकी हो सिर्फ रंग उतरना बाकि है,
हमारा दिल तोड़ के तुम हमारी जान ले चुकी हो
सिर्फ कफ़न से छुपाना बाकि है |
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