दिल की आवाज़ को इज़हार कहते हैं;

दिल की आवाज़ को इज़हार कहते हैं;
झुकी निगाहों को इक़रार कहते हैं;
सिर्फ पाने का नाम इश्क़ नहीं;
कुछ खोने को भी प्यार कहते हैं।

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