दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते!

दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते!
 गम के आंसू न बहते तो और क्या करते!
उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ!
 हम खुद को न जलाते तो और क्या करते!

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