छोटे से दिल में ग़म बहुत हैं,
छोटे से दिल में ग़म बहुत हैं,
ज़िन्दगी में मिलते हर पल ज़खम बहुत हैं।
मार डालती कब की ये दुनिया,
कमबख्त दोस्तों की दुआओं में दम बहुत हैं।
ज़िन्दगी में मिलते हर पल ज़खम बहुत हैं।
मार डालती कब की ये दुनिया,
कमबख्त दोस्तों की दुआओं में दम बहुत हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें