जब भी तेरी यादों को आसपास पाता हूँ,
जब भी तेरी यादों को आसपास पाता हूँ,
खुद को हद दर्ज़े तक उदास पाता हूँ,
तुझे तो मिल गई खुशियाँ ज़माने भर की,
मै अब भी दिल में वही प्यास पाता हूँ...!!
खुद को हद दर्ज़े तक उदास पाता हूँ,
तुझे तो मिल गई खुशियाँ ज़माने भर की,
मै अब भी दिल में वही प्यास पाता हूँ...!!
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